हिन्दी दलित उपन्यास का विकास


हिन्दी दलित उपन्यास का विकास

  • सन् 1954 ई. मे प्रकाशित रामजी लाल सहायक कृत 'बंधन मुक्त' हिन्दी का प्रथम दलित उपन्यास है। किन्तु यह अप्राप्य है।
  • सन् 1980 ई. में प्रकाशित डी० पी० वरुण कृत 'अमर ज्योति' रचना कालक्रम की दृष्टि से दूसरा दलित उपन्यास है। किन्तु यह अत्यन्त निम्न कोटि की रचना है।
  • सभी दलित आलोचकों एवं विद्वानों ने सन् 1994 ई. में जयप्रकाश कर्दम द्वारा रचित 'छप्पर' को प्रथम दलित उपन्यास स्वीकार किया जाता है।
  • हिन्दी के अन्य दलित उपन्यास निम्नलिखित हैं-
  • लेखक उपन्यास
    जय प्रकाश कर्दम छप्पर (1994)
    प्रेम कपाड़िया मिट्टी की सौगन्ध (1995)
    मदन दीक्षित मोरी की ईंट (1996)
    सत्य प्रकाश जस तस भई सबेर (1998)
    मोहनदास नैमिषराय (1) मुक्ति पर्व (2) वीरांगना झलकारी बाई (2003)
    के० नाथ (1) पलायन (2006), (2) गाँव का कुआँ (2000)
    अजय नावरिया उधर के लोग (2008)
    एस० आर० हरनोट हिडिम्ब (2000)
    अभय मौर्य मुक्ति-पथ
    मोहनदास नैमिशराय आजार बाजार बंद है
    नीलेश रघुवंशी एक कस्बे के नोट्स (2012)

    विविध

  • मनोहर श्याम जोशी अपने उपन्यासों को 'गप्प बाइस्कोप' कहते है।
  • 'मुन्नी मोबाइल', 'तीसरी ताली' उपन्यास के लिए सन् 2012 का 'इन्दु अंतर्राष्ट्रीय कथा सम्मान' प्रदान किया गया है।
  • 'ग्लोबल गाँव का देवता' उपन्यास रणेन्द्र ने लिखा है। इसमें आदिवासी समाज का चित्रण है।
  • इला डालमिया ने कवि अज्ञेय के जीवन पर केन्द्रित 'छत पर अपर्णा' उपन्यास की रचना सन् 1988 ई. में किया।
  • हिन्दी के प्रमुख उपन्यास और उनके प्रमुख पात्र कालक्रमानुसार निम्न हैं-
  • उपन्यास वर्ष पात्र
    सेवासदन 9998 सुमन, गजाधर, कृष्णचन्द्र, पद्मसिंह, शान्ता
    रंगभूमि 9925 सूरदास, सोफिया, भरतसिंह, महेन्द्र कुमार, विनय, सुभागी, जनसेवक, इन्दु, जाह्नवी, मिठुआ, ताहिर अली।
    कंकाल 9929 विजय, तारा (यमुना), मंगल, देवनिरंजन, बाथम, किशोरी, रामा, घण्टी
    गबन 9939 जालपा, रामनाथ, रतन, जोहरा
    कर्मभूमि 9933 अमरकान्त, समरकान्त, मैना, सुखदा, डॉ० शान्ति कुमार, सकीना, महन्त साहब
    सुनीता 9934 सुनीता, श्रीकान्त, हरिप्रसन्न, सत्या
    चित्रलेखा 9934 चित्रलेखा, बीजगुप्त, कुमार गिरि, चाणक्य
    गोदान 9936 होरी, धनिया, गोबर, झुनिया, भोला, राय साहब, मेहता, मालती, खन्ना, दातादीन गोविन्दी
    त्यागपत्र 9937 मृणाल, शीला, प्रमोद
    शेखर: एक जीवनी 9940-44 शेखर, शशि, सरस्वती, शारदा, रामेश्वर, बाबा मदन सिंह
    बाणभट्ट की आत्मकथा 9946 बाणभट्ट, भट्टिनी (चन्द्रदीधीति), निउनिया (निपुणिका), तुवर मिलिन्द, सुचरिता, महामाया,
    मृगनयनी 9950 मृगनयनी, मानसिंह, अटल, लाखी, गया सुद्दीन
    नदी के द्वीप 9959 भवुन, गौरा, रेखा, चन्द्रमोहन, हेमेन्द्र, डॉ० रमेश
    सूरज का सातवाँ घोड़ा 9952 मणिक मुल्ला, महेसर, दलाल, चमन, रामधन, तन्न, सत्ती, जमुना, लिली
    मैला आँचल 9954 बावनदास, बालदेव, कालीचरण, लक्षमी, राम खेलावन, रामदास, सेवादास, राम किरपाल सिंह, कमली, डाक्टर, तहसीलदार, वासुदेव
    बूँद और समुद्र 9956 ताई, नन्दो, मिसेज वर्मा, वनकन्या, डॉ० शीला, सज्जन, महिपाल, कर्नल, राजा साहब, सालिगराम, जगदेव सहाय, लाला जानकी सरन, रामजी दास, शंकरलाल सेठ, रूप रतन
    उखड़े हुए लोग 9956 देशबन्धु, शरद, जया, पद्मा, सूरज
    झूठा-सच 9958-60 तारा, कनक, शीलो, जयदेवपुरी, गिल, सूद, सोमराज, चड्ढा असद
    अयज की डायरी 9960 अजय, शीला, हेम
    अपने-अपने अजनबी 9969 योके, सेल्मा, यान, फोटोग्राफर, पाल
    अन्धेरे बन्द कमरे 9969 हरबंश, नीलिमा
    यह पथ बन्धु था 9962 श्रीधर, इन्दु, दीदी, मालती, सरस्वती, विशन
    काला जल 9965 मिर्जा करामत वेग, रज्जू मियाँ, बी-दारोगिन, फूफी, रोशन, सल्लो, आपा, सोफिया, बब्बन
    रागदरबारी 9968 वैद्यजी, रंगनाथ, रुप्पन बाबू, दारोगाजी, जोगनाथ, सनीचर, खन्ना मास्टर, बद्री पहलवान
    आपका बंटी 9979 अजय (पिता), शकुन (माता), बंटी (पुत्र), मीरा
    तमस् 9973 वानप्रस्थ जी, मुराद अली नत्थू, रिचर्ड, लिजा, बख्शीजी, जनरैल सिंह, हरनाम, बन्तो, लक्ष्मी नारायण, नूर इलाही, मोहन
    महाभोज 9979 दा साहब, बिसेसर, सुकुल बाबू, जोरावर
    इदन्नमम 9994 मन्दा, महेन्दर, मकरंद, महाराज, अभिलाषा सिंह
    कलिकथा : वाया बाईपास 9998 किशोरबाबू, शान्तनु, रामविलास
    हमारा शहर उस बरस 9998 श्रुति, हनीफ जैदी, दद्दू, शरद, प्रो० नन्दन, महन्त
    आँवा 2000 अल्मा, रामसिंह, राणा, मंशाराम, कदमा बाई, सूरजभान, धीरज, श्री रामशास्त्री
    कथा सतीसर 2009 जैनुल आब्दीन (बड़शाह), डॉ० कार्तिके, डॉ० काव्या
    क्याप (अजीब) 2009 काका, उत्तरा, उर्वादत्त ज्यू, डाक्साब, रामध्यानु, हरकू
    शेष कादम्बरी 2009 रुबी दी, देवीदत्त, मि० वियेना, सविता, मायबोस, सायरा, फरहा
    सेज पर संस्कृति 2008 मणि, इन्द्र, आलोक जी